रातों में नींद खो जाती हैं
आँखों में ख्याब ठहर जाते हैं
जब तुम आते हो सामने
एक पल में दुनिया बदल जाती हैं
महकती हवा खुशबु तेरी लाती हैं
खिलते फूल में दिखाई तू देती हैं
जो हंसती हैं तू कहीं आस पास
तो दिल पर जैसे बिजली सी गिर जाती हैं
पूनम की रात में चांदनी बन जाती हैं
बरसो की धुप के बाद बरसी बारिश की पहलों बूँद बन जाती हैं
'शायद मैं कभी यह बयान न कर पायुं
पर रूकती हैं कभी मेरी साँसें
तो तू मेरे लिए ज़िन्दगी बन जाती हैं
mana tha zinagi jinhe....
ReplyDeletewahi jeena bhula gaye....
kuch bhi na manga tha unse......
phir kyon ye tanhayee de gaye..